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च्यारू म्हेर / कुंदन माली
Kavita Kosh से
आकाश सूं घिरयो-सूरज
आकाश सूं घिरयो-चांद
पाणी सूं घिरयो-संमदर
रूंखां सूं घिरी-धरती
किण-किण सूं घिरयो-मिनख ?