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छमु-छमु / मुकेश तिलोकाणी
Kavita Kosh से
खिल हाणि
चपनि में
चीभाटिजी वई अथसि!
उफु़
अखर निड़ीअ में
चुटिी पिया अथसि
ओ...हो...!
हथ मिलाइण जे
डप खां
हथ रङे छॾिया अथाईं
पर
पैर अञा
छमु छमु
कनिसि पिया।