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जद-जद सोधै / सांवर दइया
Kavita Kosh से
धरती धन री देवाळ
जुगां सूं चालै
आ कहाणी
चेतै राखै मेहतराणी
दिनूगै-दुपारै-सिंझ्या
कादो कुचरै
नित नळियां खंगाळै
सोनै-चांदी रो तिणखो लाधै कोई
कदास हटै करमां आडो आयोड़ो कांकरो
कियां ई कर परा
सांस रो गाडो घींसणियां सागै
किस्मत करै कुचामद
सवाई प्रीत साधै
जद-जद सोधै
नळियां में निरोध लाधै !