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जाडे़ के गीत / कन्हैयालाल मत्त

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जाड़ा लगे,
जाड़ा लगे,
जड़नपरी।
ठंडी-ठंडी हवा लगे,
बहुत बुरी!

भेड़ नानी,
भेड़ नानी,
दे दो कुछ ऊन।
मम्मी जी बुनेंगी मेरे-
कोट-पतलून!

मुन्ने राजा,
मुन्ने राजा,
ऊन लोगे?
मम्मी जी से पैसे ला के-
कित्ते दोगे?

भेड़ नानी,
भेड़ नानी,
ख्ूाब करारे!
मम्मी जी के बटुए के-
नोट सारे!