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जिनको इन राहों में फूल मिले / कुमार अनिल

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जिनको इन राहों में फूल मिले
              वो बहार के गीत सुनाते चले ।
जिनके पग में बस ख़ार चुभे,
              पतझर के गीत सुनाते चले ।
ये जीत के गीत सुनाते चले ,
              वो हार के गीत सुनाते चले ।
हमको तो तुम्हारा प्यार मिला,
              हम प्यार के गीत सुनाते चले ।