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जीवन / रामनरेश पाठक
Kavita Kosh से
साँझ उपनिषद् है
दिन वेद
रात पुराण
सुबह पहला शब्द है
आदिगीत का
जीवन एक महाकाव्य है
काल और दिक् के पृष्ठों पर
फैला फैला
उपनिषद्, वेद, पुराण और गीतों में
व्यक्त अव्यक्त