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टीनही बाटीमे / अविरल-अविराम / नारायण झा

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आइ काल्हि
धनक ग्राफ
चढ़ि चुकलैए शीर्ष पर

हमरा
बुझैए लोक भीखमंगा
बुझैए लोक बताह
बुझैए लोक अपंग
बुझैए सभ हमरा बेकाजक
तेँ हमर टीनही बाटीमे
टनटना दैत अछि सिक्का
केयो-केयो नोटो
झहरैत रहैए दिन-राति
हमरा लेल लक्ष्मी

तृप्त करैए लोक
अपन-अपन आत्माकेँ
ओ लोक जोड़बैए नाम
दानवीरक सूचीमे
ओ लोक बनैए
धर्मक गबाह
शिलापट्टमे खोदबैए नाम
दयाक प्रतिमूर्ति सूचीमे

हम दिन-राति
लगौने रहै छी एकटक्क
के पझाओत पेटक आगि
नहि होइए फाँकल
सिक्का आ नोट
नहि सिझायल होइए
मुद्रा सँ दू कओर अन्न
नहि जानि ओ लोकनि
केना फँकैत छथि
हम नहि फाँकि पबै छी

आइ काल्हि
धनक ग्राफ
चढ़ि चुकलैए शीर्ष पर।