टोनी टोनी खाय हे / अनिल कुमार झा
कारोॅ कारोॅ धरती पर धानोॅ के खुट्टी सोनोॅ सं सोहाय हे
बीचोॅ में बूटोॅ के हरिहर झाड़ी बकरी टोनी-टोनी खाय हे,
हाँक लगैने जोॅन भागै छै
चरवाहा पर ख़ूब बकै छै,
बनी के चास खबैलकै कैन्हें न कोय भगाय हे
बीचोॅ में बूटोॅ के हरिहर झाड़ी बकरी टोनी-टोनी खाय हे,
गैर बड़ी छै मेहनत करवोॅ
कादोॅ धूरा में सनी के रहबोॅ
जानै लेॅ पारतै की बच्चा बुतरू कैन्हें न कोय बताय हे
बीचो में बूटोॅ के हरिहर झाड़ी बकरी टोनी-टोनी खाय हे,
घास फूस खाय जानवर बचतै
दाना बिना की जीवन सजतै,
धरती देशोॅ के चरने जाय छै कैन्हें न कोय लजाय हे
बीचोॅ में बूटोॅ के हरिहर झाड़ी बकरी टोनी-टोनी खाय हे,
मरद बनै छो दरद ते जानोॅ
जीवन अमरित के पहचानोॅ
सिरजन के ऋतु प्यार-प्यार में कैन्हें न कोय बचाय हे
बीचोॅ में बूटोॅ के हरिहर झाड़ी बकरी टोनी-टोनी खाय हे।