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तुम्हें करना है / सुशीला सुक्खु
Kavita Kosh से
कुछ मत बोल
तुम्हें करना है
कुछ मत बोल
तुम्हें करना है
कुछ मत बोल
तुम्हें लड़ना है
कुछ मत बोल
तुम्हें सहना है
कुछ मत बोल
तुम्हें रहना है
कुछ मत बोल
तू इनसान है
तुम्हें सिर्फ करना है।