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तुसीं करो असाडी कारी / बुल्ले शाह

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तुसीं करो असाडी कारी,
केही हो गई वेदन वारी।

ओह घर मेरे विच्च आया,
उस आ मैनूँ भरमाया,
पुच्छो जादू है कि साया,
ओह तां लौ हकीकत सारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

ओह मेरे दिल विच वस्सदा,
बैठा नाल असाडे हस्सदा,
पुच्छाँ बात ते उð नस्सदा,
लै बाज़ाँ वाँग उडारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

मैं सहु दरिआवाँ पईआँ,
ठाठाँ लहराँ दे मुँह गईआँ,
फड़ घुम्मण होर भवईआँ,
पुर बरखा रैण अंधकारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

सइआँ ऐड छनिछर<ref>कष्ट</ref> चाए,
तारे खारेआँ हेठ छुपाए,
मुंज दीआँ रस्सिआँ नाग बणाए,
एहना शहराँ तो बलेहारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

एह जो मुरली काहन वजाई,
दिल मेरे नूँ चोट लगाई,
आह दे नारे करदी आही,
मैं रोवाँ ज़ारो ज़ारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

इशक दीवाने लीकाँ लाइआँ,
डाढिआँ घणिआँ सत्थाँ पाइआँ,
हाँ मैं बक्करी कोल कसाइआँ,
रहिन्दा सहम हमेशाँ भारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

इशक रूहेला<ref>सख्त</ref> नहीं छप्पदा,
अन्दर धरेआ बन्नीं नच्चदा,
मैनूँ देआ सुनेहड़ा सच्च दा,
मेरी करो कोई गमख्वारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

मैं की मेहर मुहब्बत जाणा,
सइआँ करदिआँ जोर घिङाणा,
गल गल मेवा की हदवाणा,
की की कोई वैद पसारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

नौ सहु जिसदा बाँस बरेली,
टुट्टी डालों रही इकेली,
कूके बेली बेली बेली,
ओही करे कोई दिलजारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

बुल्ला सहु दे जे मैं जावाँ,
आपणा सिर धड़ फेर ना पावाँ,
ओत्थे जावाँ फेर ना आवाँ,
एत्थे ऐवं उमर गुजारी।
तुसीं करो असाडी कारी।

शब्दार्थ
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