Last modified on 31 मार्च 2020, at 15:04

तेरा नाम ही एक सहारा / नमन दत्त

तेरा नाम ही एक सहारा, मेरे बनवारी नन्दलाल।
मैंने छोड़ दिया जग सारा, मेरे गिरधारी गोपाल।।
बहुत सहे दुःख दुनिया के अब भव से पार लगा दे,
मोह भरम से छुट जाऊँ मैं, दुःख संताप मिटा दे,
मैं इस जीवन से हारा, मेरे माधव मदन गोपाल।।
अपने चरण की लगन लगा दे, अपने हाथ बढ़ा दे,
जनम मरण की पीड़ा हर ले, यम के फंद छुड़ा दे,
मैंने अब तक तुझे बिसारा, मेरे श्यामल यशोमति लाल।।
तू न सुनेगा तो दुखियों की, कौन सुनेगा कान्हा
और कौन जो पाप हरेगा, तू ही कृपा बरसाना
सुन मैंने तुझे पुकारा, मेरे गिरधर गौ-प्रतिपाल।।