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तोरण और मिजमानी के गीत / 3 / राजस्थानी
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राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
सात सुपारी सिंगाडारो सटको।
बुढा-ठाडा जानी लायो काई खायो गटको।
छोरा-छोरा जानी लायो काई खायो गटको।
काण-खोडा जानी लायो काई खायो गटको।
माता-मोटा जानी लायो काई खायो गटको।
डीगा-ठिंगणा जानी लायो काई खायो गटको।