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दरवाज़े पर हाथी हो / हरिवंश प्रभात
Kavita Kosh से
दरवाज़े पर हाथी हो तो लक्ष्मी आती है।
जलती दीया बाती हो तो लक्ष्मी आती है।
आमंत्रित करना होता है देवी और गणेश,
धनतेरस खरीदारी हो तो लक्ष्मी आती है।
छत पर बना घरौंदा उसमें अन्नपूर्णा हो,
माता चरण रंगोली हो तो लक्ष्मी आती है।
पाँच तत्व में मिट्टी है कलश उसी का हो,
पूर्वज याद कराती हो तो लक्ष्मी आती है।
जिसको पसंद उजाला हो साफ़ सफ़ाई हो,
स्वस्तिक की आकृति हो तो लक्ष्मी आती है।
शुभ-लाभ, ऋद्धि–सिद्धि अंकित दीवारों पर,
अगर सजी कुटिया भी हो तो लक्ष्मी आती है।
अपने वतन में आये समृद्धि इस दीवाली पर,
मानवता मुस्काती हो तो लक्ष्मी आती है।