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दावतनामा / कल्याण कुमार जैन 'शशि'

कहा शेर ने टेलीफोन पर
हलो! शिकारी मामा,
भेज रहा हूँ सालगिरह का
तुमको दावतनामा।
मामी, मौसी, मुन्ना, मंगू
सबको लेकर आना,
मगर शर्त यह याद रहे
‘बंदूक’ साथ मत लाना।

-साभार: पराग, जनवरी, 1980, 75