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देस री रास / हरीश बी० शर्मा

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बात करै कायदै री
अर कानून नैं जूती हेठै राखै।
पइसो म्हारो परमेसर
कै पइसो परदेस में राखै।
अर देस हित में गुरू मानै
चर्वाक नैं
देस री रास आजकाळ
इसा लोग ही
आपरै हाथ राखै।