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दोस्ती : कुछ नन्हे गीत / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
एक
नाम दोस्ती है मेरा, यह
आकर बोली गौरैया,
फिर नाची वह, नाचा संग-संग
जग सारा छैयाँ-छैयाँ।
दो
एक बड़ा सा रसगुल्ला है
जिसने भी यह खाया,
हँसते-हँसते पेट फुलाया
सबको गले लगाया।
तीन
हँसता-गाता एक गुब्बारा
उड़ा हवा में फूला,
बैठ इसी पर दुनिया घूमें
झूलें इस पर झूला।
चार
जादू वाली यह पोथी है
गीत खुशी के जिसमें,
बच्चा बनकर खोलोगे तो
छलक पड़ेंगे नग्मे।