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दोस्त / मुकेश मानस
Kavita Kosh से
तुम हो फूल
तुम हो खुशबू
तुम्हीं बहार
तुम हो ममता
तुम हो करूणा
तुम हो प्यार
तुम हो राग
तुम हो रंग
तुम संसार
तुम ही हो जीवन का सार
2005, , रेणु दीदी और राजेश भाई के लिए