भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
नटखट मोनू / बालस्वरूप राही
Kavita Kosh से
पानी की बोतल खो लौटे
मोतू भैया स्कूल स,
मोनू जी ने अपनी बोतल
आप तोड़ ली स्टूल से।
भला बताओ मोनू जे ने
की ऐसी शैतानी क्यों?
मोतू जी को नई मिलेगी,
उन की रहे पुरानी क्यों