भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

नदी और पुल / कुमार मुकुल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

नदी में पानी नहीं
फिर भी यह पुल
पुल है

रेत की नदी भी
नदी कहलाती है

जबतक यह पुल है
नदी रहेगी
मौसमों का इंतजार करती हुई

नदी और पुल-2

नदी पार करने की इच्छा में
जब नदी पार करने का साहस मिलता है
तो नदी पार करने की सहूलियत
बनाती है पुल