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नया साल / सुशीला सुक्खु
Kavita Kosh से
नया साल आता है
ज्ञान और आत्मनिरक्षण लेकर
पुराना साल जाता है
शिक्षा और अनुभव देकर॥
हम नादान इन्सान
कामार्थ में अस्त-व्यस्त
कर ना पाए
नए पुराने की पहचान॥
हम बड़ी उमंग और उत्सुकता से
नए साल की प्रतीक्षा करते हैं
यही आशा के साथ
कि नया साल और अधिक
सुख शान्ति लाएगा॥
हम ने सुख शान्ति पाने की
उन कारणों की कदर नहीं की
जिसे हम पुराना साल कहते,
लाया था॥