भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

नहीं कोए चिट्ठी आई तेरी / रणवीर सिंह दहिया

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सरतो को चिट्ठी लिखने की तैयारी करता है नफेसिंह। वह लिखता है कि इराक पर हमला करके अमेरिका विश्व को यह बताना चाहता है कि कोई भी देश यदि महाशक्ति की इच्छा का उल्लंघन करने की कोशिश करेगा तो दंड से नहीं बच सकता। बाकी यहां हम अपने बचाव की पूरी तैयारी में हैं। तुम चिन्ता मत करना, मगर चिट्ठी लिखती रहना। क्या लिखता है भला:

नहीं कोए चिट्ठी आई तेरी आन्ता मेरै सबर नहीं सै॥
के होरया सै मेरी गेल्यां इसकी तनै खबर नहीं सै॥

ठीक ठाक सही सलामत सूं फिकर मेरा करिये मतना
पढ़ अखबारां नै सुबो सबेरी खामखा मैं डरिये मतना
चिन्ता गात मैं भरिये मतना आच्छा घणा फिकर नहीं सै॥

पीस्सा भेजूं तावल करकै बालकां का ध्यान करिये
दोष अमरीका का सै सारा ना ओरां की कान धरिये
तूं सद्दाम का बखान करिये आन्डी मैं कसर नहीं सै॥

ब्रिटेन और अमरीका नै सिर अपना जोड़ लिया
इटली अरब और जापान सबनै मिल तोड़ किया
भारत ने मुंह मोड़ लिया समझ आवै हसर नहीं सै॥

खाड़ी मैं किसका हुकम चलै इस बात पै जंग जारी
रणबीर ताकत देख दुनिया की बुश कै अधरंग मारी
इराक मैं उमंग भारी छोड्डी अपनी डगर नहीं सै॥