शिलाओं ने जल को
जीभर पटका
बार- बार पछाड़ा
कई बार लताड़ा
वह खिलखिलाया
तभी तो उनको
चूर -चूर कर पाया
टूटा नहीं जल
शिलाओं पर अपने
निशान छोड़ आया।
शिलाओं ने जल को
जीभर पटका
बार- बार पछाड़ा
कई बार लताड़ा
वह खिलखिलाया
तभी तो उनको
चूर -चूर कर पाया
टूटा नहीं जल
शिलाओं पर अपने
निशान छोड़ आया।