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पहिये / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
सब विभागों की
अपनी कहानी
अपने किस्से
हर विभाग को चलाने के
लिए कई-कई पहिये लगते हैं
और
ये
पहिये
गांधी की शक्ल लिए
रहते हैं
जब इन पहियों की
कर्मचारी
अधिकारी
सवारी करते हैं
तो
आसानी से
आपकी फाइल
सरक जाती है
टेंडर निकल जाते हैं
आज
हर विभाग की कहानी है
जहां पहिये लगे हैं