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प्रिया-10 / ध्रुव शुक्ल
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शब्द आँखों से झाँकता है
आँखों में झाँककर देखती है प्रिया--
अपनी अन्धी सन्तानें
मूर्खता
युद्ध
भूख
अन्धे देख नहीं पाते शब्द में फैला
उज्ज्वल
आकाश