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बच्चे-4 / भास्कर चौधुरी
Kavita Kosh से
बच्चे रोते हैं चीख-चीख कर
दहाड़े मारकर
भींगे होते हैं दोनों गाल
पलकें
नाक
बुजुर्ग रोते हैं तो
उनके आँसू गालों को गीला नहीं करते
किसी को दिखाई नहीं पड़ती
चश्में की मोटी काँच के पीछे
झिलमिलाती आँखें
सुनाई नहीं पड़ती कोई आवाज़...