बस यही अपना ... / कात्यायनी

एक परदा रोशनी का
एक चादर उदासी की
एक गठरी भूल - चूकों की
एक दरवाज़ा स्‍मरण का
एक आमन्त्रण समय का
एक अनुभव निकटता का
बस यही निज का रहा.
शेष सब साझा हुआ
सफ़र में जो साथ,
उन सबका हुआ।

इस पृष्ठ को बेहतर बनाने में मदद करें!

Keep track of this page and all changes to it.