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बहरापन-2 / ऋषभ देव शर्मा
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सड़कों पर
उतर आई है भीड़,
जनता
नक्कारे पीट रही है,
पूछता है कबीर-
बहरे हो गए क्या
ख़ुदा
लोकतंत्र के !