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बाकी हिसाब / पारस अरोड़ा

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रोजीना नक्सै में कुरियोड़ौ नगर अेक
ऊगतै उजास समचै उठ खोलै
आपरौ रोजनामचौ अर
बाकी हिसाब री वसूली करण लागै।

सूतोड़ौ लारलौ हिसाब उठ जागै

घोडै़ रै चाबुक जोर सूं मारियां
सवारी पइसा वत्ता नी दै भाई
यूं ताव नै मत पाळ
सावळ रास नै संभाळ
घोड़ै री नाळ उखलगी
थारी लटकगी खाल
थनै मिळौ नी मिळौ
घोड़ै नै दाणौ देवणौ पड़ैला
वोट लाटणियै सूं पूछणौ पड़ैला
कद तांई रैवैला अै हवाल
सवाल
पैंतीस बरसां सूं जवाब मांेगै है।

रावळै रै पसवाड़ै हेटै दवियोड़ौ
थारी दादौ
क्यूं नीं लैय सक्यौ सांयत री सांस
क्यूं ठाकर-सा री चिलम हमेस
बुझती उणरै मोरां माथै
कोईड़ां री मजबूती
क्यूं उणरी हाडकियां माथै परखीजती ?
कूअै सूं पांणी खींचती
पिणियारी री डोयली में अटकर’र
वा किणरी ओढ़णी ऊपर आयगी ही ?
जा पूछ थारा बाप नै कै
किण हिसाब री भेंट चढ़गी ही
थारी मां
खेतां गयौ बडौ भाई
पाछौ क्यूं नी आयौ
खेत में लाधी दांतड़ली माथै
वो खून किणरौ हौ ?
किण में/कठै/कित्तौ
बाकी रैयगौ हौ हिसाब
पाछौ काढणौ पड़ैला
अेक-अेक पानौ लारलौ
पाछौ पलटणौ पड़ैला।