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भजन / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'

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आवोॅ प्रेमी भइया हमरोॅ अंगनमाँ हो
‘छोटू’ के सातम जनम दिनमा हो
आवोॅ मिली-जुली केॅ
कि पूजोॅ गुरू के चरणियाँ हो मिली-जुली केॅ ।
सब्भे प्रेमी भैया सें हमरोॅ अरजिया
गुरू महाराज जी के करोॅ गुणगणियाँ
से मिली-जुली केॅ
कि करोॅ सत्संगवा सब मिली-जुली केॅ ।
भक्त बनै, सेवक बनै, बनलोॅ छै अरदसिया
सब्भे मिली ‘छोटू’ केॅ दोहोॅ आशीर्वदिया
से मिली-जुली केॅ
कि दोहोॅ शुभ आशीषवा मिली-जुली केॅ ।