भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मददगार / मिरास्लाव होलुब / राजेश चन्द्र

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हमने मदद का हाथ बढ़ाया घास की तरफ़ –
और वह बदल गई अन्न के दानों में ।
हमने मदद का हाथ बढ़ाया आग की तरफ़ --
और वह बदल गई एक रॉकेट में।
संकोच के साथ,
सावधानी के साथ,
हमने मदद का हाथ बढ़ाया
लोगों की तरफ़,
कुछेक लोगों की तरफ़...

अंग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र