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मन संत कब होगा / दीनानाथ सुमित्र

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कामना का अंत कब होगा
बुरा-सा मन संत कब होगा
 
साधुता क्यों क्षीण होती है
तड़पती-सी मीन होती है
जमाना गुणवंत कब होगा
कामना का अंत कब होगा
बुरा-सा मन संत कब होगा
 
भरोसा किस पर किया जाए
प्राण किस जन पर दिया जाए
प्राण हर बलवंत कब होगा
कामना का अंत कब होगा
बुरा-सा मन संत कब होगा
 
 
बंधु मेरे युग बदलने चल
दीप बनकर आज जलने चल
ढेर हर सामंत कब होगा
कामना का अंत कब होगा
बुरा-सा मन संत कब होगा
 
दर्द के तूफान को रोको
टूटते अरमान को रोको
हंत आिखर कंत कब होगा
कामना का अंत कब होगा
बुरा-सा मन संत कब होगा