माजुली / दिनकर कुमार
माजुली : असम में ब्रह्मपुत्र के बीच में स्थित विश्व का सबसे बड़ा नदी-द्वीप
ब्रह्मपुत्र का पानी बढ़ता है 
द्वीप का बदन घायल होता है 
किनारे से 
घाव दिखाई नहीं देते 
बहता हुआ लहू 
दिखाई नहीं देता 
पर्यटन के नक्शे पर 
एक आकर्षक लकीर नज़र आती है 
रात होती है 
द्वीप में झिलमिलाती रोशनी 
किनारे के दर्शकों की आँखों में 
प्रतिबिंबित होती है 
नामघर में भक्तों का कीर्तन 
जारी रहता है 
बालूचर में बारूद 
दफ़नाया जाता है 
बंजर ज़मीन में लाशें 
दफ़नाई जाती हैं 
माँझी पत्थर बन जाते हैं 
लाश का भारीपन 
नाव सहन नहीं कर पाती 
आधी रात में लोग नींद से 
जाग जाते हैं 
किसी की चीख़ सन्नाटे को चीरती हुई 
इस किनारे से 
उस किनारे तक पहुँच जाती है
 
सपने में दिखते हैं 
शंकरदेव 
जो अपने आँसू से धोते हैं 
लहू में नहाए लोगों को
	
	