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मुश्किल / नवीन सागर
Kavita Kosh से
कहीं जाने के लिए
लौटना पड़ता है
नहीं लौट पाते पर जाते हैं ।
जगहें बदलते हैं
और लौट कर समझ में नहीं आता
कहाँ लौटें !
बाहर रह जाते हैं
भीतर रह जाते हैं ।