भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मृत्यु / रैनेर मरिया रिल्के
Kavita Kosh से
मृत्यु महान है,
हम हैं उसके
हँसते हुए चेहरे ।
जब हम चाहते हैं
ज़िन्दगी को शिद्दत से
देती है यह चुनौती रुदन की
हमारे अन्तर से ।।
मूल जर्मन से अनुवाद : प्रतिभा उपाध्याय