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मेकअप बॉक्स / पंछी जालौनवी
Kavita Kosh से
आँखों की बाँहों में आकर
काजल बहुत इतराता था
पलकों की मुंडेरों पर
आईलाइनर यूँ दायरे बनता था
देखने वालों को
अपना अलग
अंदाज़ बनाना पड़ता था
चेहरे को
आवाज़ बनाना पड़ता था
लबों पर लिपस्टिक की
जब लाली होती थी
शफ़क़ रंग पर बहाली होती थी
मगर कुछ दिनों से बंद हैं पार्लर
उदास है नेलपोलिश
और ग़ज़ा पाउडर
सादगी का भी अपना मज़ा है
चेहरा उसका कुछ दिनों से
मेकअप बॉक्स में रखा है॥