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मेहंदी बोई दिल्ली आगरा जी / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
मेहंदी बोई दिल्ली आगरा जी
कोई रंग पाट्यो अजमेर
मेहंदी रंग भरी जी राज।
मेहंदी सींचण मैं गई जी
कोई छोटा देवर साथ
मेहंदी रंग भरी जी राज।
मेहंदी घोलण मैं गई जी
कोई द्योर जिठाण्यां साथ
मेहंदी रंग भरी जी राज।
मेहंदी लावण मैं गई जी
कोई छोटी नणदल साथ
मेहंदी रंग भरी जी राज।
छोटी बूज्झे ए बड़ी
तम कहो रात की बात
मेहंदी किसीक रची जी राज।
मेहंदी तो मैं लाय लई
तूं आई न आधी रात
मेहंदी अधिक बणी जी राज।
द्योरे-जिठानी सब कोई आई
तूं नहीं आई आधी रात
मेहंदी रंग भरी जी राज।