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मैं पीठ किए सोयी रही / तेजी ग्रोवर
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मैं पीठ किए सोई रही
कितना ख़फीफ़ था उनका कुतरना मेरी पीठ को
कितनी सारी रही होंगी वो मछलियाँ
कितनी अँगूठियों को उदरस्थ किए मुझ पर टूट पड़ी होंगी