म्हारी सेहत / रणवीर सिंह दहिया
बिना रूजगार पैसा मिलै ना,
बिना पीस्से या दाल गलै ना,
बिना दाल सेहत बणै नौ,
इन बिन पूरा इलाज़ नहीं॥
1
हमारे शरीर को चाहिए खाणा साफ़ पाणी और हवा
इनके बिना सेहत बणै ना कितनी ए खाल्यो चाहे दवा
प्रदूषण कौण फैलावै देखो,
ये साधन कौण घटावै देखो,
जिम्मै गरीबां के लावै देखो,
क्यों उठै म्हारी आवाज़ नहीं॥
2
आदमी के रहने के लिए यो हवादार मकान चाहिये
दिमाग की सेहत की तांहि समाज मैं ना तनाव चाहिये
प्रबन्ध हो डॉक्टर दवाई का,
पूरा माहौल साथ सफ़ाई का,
आदमी की सेहत सवाई का,
दुनिया कहती है राज यही॥
3
बीमारी के कारण के-के हों जो इनकी हमनै टोह कोण्या
म्हारी सेहत ना ठीक हो जो म्हारा इसमैं मोह कोण्या
लोगां की सही भागीदारी बिना,
असली नीति सरकारी बिना,
विकास मैं हिस्सेदारी बिना,
स्वास्थ्य रहवै समाज नहीं॥
अपनी सेहत योजना जिब शहर और गाम बणावैं रै
ग्राम सभा मिल बैठ कै सही अपणे सुझाव बतावैं रै
फेर बदलैगी तस्वीर या,
देस की बणैगी तहरीर या,
लिखै सही बात रणबीर या,
फेर चिड़िया नै खा बाज नहीं॥