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म्हारो सुपनो / भंवर भादाणी
Kavita Kosh से
च्यारूंमेर
धंवर री धुंध
किटकिटाता दांत
थरथरता डील
कदै कदास
रमतिया करतो-सो
तावड़ो
म्हारो सुपनो-सो।