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याद / कल्पना मिश्रा
Kavita Kosh से
मै मछली सी तड़प जाती हूँ।
जब तेरी याद आती है।।
मै बादल सा बहक जाती हूँ।
जब तेरी याद आती है ।।
तेरा मेरा मिलना तो अब
मुमकिन नही यह जानती हूँ मै
पर तेरे ख्वाब सजाती हूँ,
जब तेरी याद आती है ।।