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युद्ध / सुरेश बरनवाल
Kavita Kosh से
मैं नहीं चाहता था युद्ध
पर जब उसकी बंदूक ने गोली उगली
मैंने भी अपनी बंदूक उठा ली
और तब से आज
युद्ध नहीं रूका।