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ये बात पुरानी है / प्रियंका गुप्ता

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1
ये बात पुरानी है
जन्मों का रिश्ता है
अब प्रीत निभानी है ।
2
सागर ये गहरा है
कैसे पार करूँ
साँसों पे पहरा है ।
3
नैया ये डूब गई
हार गया हिम्मत
उस पल ही हार हुई ।
4
साँसों की डोरी पर
नाम लिखूँ तेरा
मन -चादर कोरी पर
5
आ जाना यादों में
साथ नहीं छोड़ूँ
कह देना वादों में ।
6
सन्नाटा ये बोले
भेद दिलों के अब
दो नैना भी खोले ।
7
अब नींद नहीं आती
चाँद सताता है
भेजे ना तू पाती ।
8
रुत बहुत सुहानी है
तुमसे मिलते ही
कलियाँ खिल जानी है ।
9
कितनी सूनी रातें
थोड़ा चैन मिला
पी लीं तेरी बातें ।
10
मुश्किल तो जीना है
तेरा साथ रहे
हर ग़म को पीना है ।
11
सुनसान डगर मेरी
चलते जाना है
तूने अँखियाँ फेरी ।
12
छोटा -सा बच्चा है
बातें समझ -भरी
न अकल का कच्चा है ।
13
काटे जो पेड़ यहाँ
इक दिन होगा वो
ढूँढोगे साँस कहाँ ।
14
जो प्रीत निभाई है
सुख-दुख साथ जिएँ
अब कसम उठाई है ।
15
कब ऐसा था जाना
तुझसे प्रीत हुई
जग लगता बेगाना ।
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