भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ये मुलाक़ात इक बहाना है / नक़्श लायलपुरी
Kavita Kosh से
ये मुलाकात एक बहाना है
प्यार का सिलसिला पुराना है
ये मुलाक़ात एक...
धड़कनें धड़कनों में खो जाएँ
दिल को दिल के क़रीब लाना है
प्यार का सिलसिला पुराना है
ये मुलाक़ात एक...
मैं हूँ अपने सनम की बाहों में
मेरे क़दमों तले ज़माना है
प्यार का सिलसिला पुराना है
ये मुलाक़ात एक...
ख़्वाब तो काँच से भी नाज़ुक हैं
टूटने से इन्हें बचाना है
प्यार का सिलसिला पुराना है
ये मुलाक़ात एक...
मन मेरा प्यार का शिवाला है
आपको देवता बनाना है
प्यार का सिलसिला पुराना है
ये मुलाक़ात एक...