जाओ
और छोड़ आओ
राजा की कहानी उसके महल में।
ले जाओ क्रांति के वक्त की खुली धूप
ले जाओ इंसान की तरह बगीचे, फूल
और थकान लेकर लौट जाओ
राजमहल के बाहर।
जाओ
और छोड़ आओ
राजा की कहानी उसके महल में।
ले जाओ क्रांति के वक्त की खुली धूप
ले जाओ इंसान की तरह बगीचे, फूल
और थकान लेकर लौट जाओ
राजमहल के बाहर।