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राधा कृष्ण के देश में / रेखा चमोली
Kavita Kosh से
राधा कृष्ण की पूजा
करने वाले देश में
जब फूटती हैं
कोंपले मन में
आता है नव बसन्त
महकता है जीवन
दमकते हैं चेहरे
तो अचानक
उठती है लहरें
जाति, धर्म, उम्र, मार्यादा
प्रतिष्ठा और खोखले आदर्शें की
और सूख जाती है
कोपलें
आ जाता है पतझड़
रह जाते हैं
मुरझाये
लुटे पिटे चेहरे।