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ललमुनियाँ / चन्द्रमणि
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					अरे वाह रे वाह ललमुनिआ 
हमरा मन पैसल चोर 
फर-फर-फर-फर तोहर चुनरिया 
धक्-धक् जियरा मोर।
केस अपन छिड़िआकऽ कि साओन घटा लगाकऽ
मन मयूर हरि लेलें तों आँचर अपन उड़ाकऽ
रूप सगुनिया तोहर मोहिनिया
लचलच पोरे-पोरे।। फर-फर....
दुहु पातर ठोरक यारी तों सुन्नरताक पेटारी
हंसलें तऽ छिड़िआयल जनु मोती केर पथारी 
डगर-डगरमे सगर-नगरमे
हलचल-कयलें शोर।। फर-फर....
सुन्नर छैह हजारो पर सबमे छें तों मीरा 
काजर कोंढ़ कटैये छौ आंखि तोहर जनु हीरा 
चालिमे ठुमकी नैनमे चुमकी 
करइछ ककरहु शोर।। फर-फर.....
 
	
	

