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ले लूँगी भाभी रानी से कँगना / हिन्दी लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

ले लूँगी भाभी रानी से कँगना-२

कँगना-कँगना मत कर ननदी
आने न दूंगी आँगना, भाभी रानी से कँगना
अँगना क्या भाभी मेरी तेरे बाप का
मेरे बाप का अँगना रे भाभी रानी से कँगना

ले लूँगी भाभी रानी से कँगना-२

अँगना-अँगना मत कर ननदी
छूने न दूंगी पलना, भाभी रानी से कँगना
पलना क्या भाभी मेरी तेरे भतीजे का
मेरे भतीजे का पलना रे भाभी रानी से कँगना

ले लूँगी भाभी रानी से कँगना-२

पलना-पलना मत कर ननदी
छूने न दूंगी लालना, भाभी रानी से कँगना
ललना क्या भाभी मेरी तेरे वीरन का
मेरे वीरन का ललना रे भाभी रानी से कँगना

मैं हारी तू जीती ननदिया,
ले जाओ तुम ये कंगना
ले लूँगी भाभी रानी से कँगना-२