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वाह ! मेरे घोड़े ! / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
एक क़दम, दो क़दम, तीन क़दम ताल ।
वाह ! मेरे घोड़े क्या तेरी चाल ।
एक क़दम, दो क़दम, तीन क़दम ताल ।
भाग मेरे घोड़े चल नैनीताल ।
एक क़दम, दो क़दम, तीन क़दम ताल ।
ले मेरे घोड़े चने की दाल ।
एक क़दम, दो क़दम, तीन क़दम ताल ।
खाकर दिखा फिर अपना कमाल