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विचार-3 / मथुरा नाथ सिंह ‘रानीपुरी’

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25.
यहेॅ आग्रह
सद्गुण केॅ सदा
करोॅ संग्रह।

26.
ऐलै प्रभात
खूनी मनोवृत्ति रोॅ
ई शुरूआत।

27.
आयकोॅ नारी
मदोॅ पर की नाय
भेलै भारी।

28.
छै मजबूर
गाछी के कटतैं ई
छाया सें दूर।

29.
ई अफसोस
जनता बदहोश
नेता केॅ जोश।

30.
यहेॅ सुधार
जात-पात के नामंे
लड़ै बिहार।

31.
शिक्षा सुधार
अनपढ़ नेता के
करोॅ दीदार।

32.
देश सुधार
नेता बढ़ावै देखोॅ
ई भ्रष्टाचार।

33.
हुवोॅ नी खुश
नेता की नै लै छै
पीछू सें घूस!

34.
यहेॅ चुनाव
आदमी-आदमी में
करै तनाव!

35.
ई मतदान
जात-पात ले-लेॅ ई
ऐलै तूफान।

36.
छेकै सुधार
सौ में सत्तर आजोॅ
छै नी लाचार।