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विजयदेव नारायण साही / परिचय

विजयदेव नारायण साही का जन्म काशी में हुआ। प्रयाग से अंग्रेजी में एम.ए. करके तीन वर्ष काशी विद्यापीठ और फिर प्रयाग विश्वविद्यालय में प्राध्यापक रहे। मजदूर संगठनों से सम्बध्द रहे तथा कई बार जेल गए। साही की कविताओं में मर्मस्पर्शी व्यंग्य हैं। 'मछली घर तथा 'साखी इनकी काव्य-कृतियां हैं। ये 'तीसरे सप्तक के चर्चित प्रयोगवादी कवि हैं। इन्होंने निबंध तथा समालोचना भी लिखी है।